रायपुर- मतगणना को सिर्फ 10 दिन शेष रह गए हैं। तीन दिसंबर को सुबह आठ बजे डाक मतपत्र की गिनती शुरू होगी। वहीं आब्जर्वर की घोषणा के बाद साढ़े आठ बजे से ईवीएम के मतों की गिनती की जाएगी। इसके साथ ही डाकमत पत्रों की गिनती निरंतर जारी रहेगी। इसके लिए अधिकारियों की ड्यूटी तय कर दी गई है।
वहीं हजार से ज्यादा जवान भी इस दौरान सेजबहार इंजीनियरिंग कालेज में तैनात रहेंगे। शासकीय इंजीनियरिंग कालेज में इसके लिए तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। इसके लिए 14 टेबल ईवीएम के लिए और दो टेबल पोस्टल बैलेट के लिए लगाएं जाएंगे। 16 टेबल में 48 अधिकारी-कर्मचारी गिनती में लगे रहेंगे। सात विधानसभा सात कमरों में 336 कुल लोगों को गिनती के लिए तैनात किया गया है।
तीन दिसंबर को यह स्पष्ट हो जाएगा कि प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी और कौन विपक्ष की भूमिका निभाएगा। इसके लिए निर्वाचन आयोग प्रदेशभर में मतगणना की तैयारी कर रहा है। एक तरफ ईवीएम जहां चाकचौबंद सुरक्षा के बीच स्ट्रांग रूम में कैद है, वहीं निर्वाचन आयोग और प्रशासनिक अमला मतगणना की अंतिम तैयारी में जुटा हुआ है। कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बुधवार को मतगणना की तैयारियों के परिप्रेक्ष्य में कलेक्टर सभाकक्ष में बैठ ली और मतगणना की वीडियोग्राफी भी करवाने के निर्देश दिए हैं।
तीन बार किया जाएगा रेंडमाइजेशन
विधानसभा में 14 टेबल ईवीएम के लिए और दो टेबल पोस्टल बैलेट के लिए लगाएं जाएंगे। प्रत्येक टेबल पर एक सुपरवाइजर, जो राजपत्रित अधिकारी रैंक का होगा, साथ ही गणना सहायक भी होंगे। मतगणना दल की नियुक्ति तीन बार रैंडमाइजेशन के बाद की जाएगी। पहला रैंडमाइजेशन जिला निर्वाचन अधिकारी की उपस्थिति में तथा दूसरा और तीसरा रेंडमाइजेशन आब्जर्वर की मौजूदगी में किया जाएगा।
1,000 से ज्यादा सुरक्षा बल होंगे तैनात
जिले के मतगणना के लिए सेजबहार में बनाए गए स्ट्रांग रूम और मतगणना स्थल पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है। तीन श्रेणियों की सुरक्षा व्यवस्था के अंदर मतगणना होगी, जिसमें जिला पुलिस बल के अलावा केंद्रीय सुरक्षा बलों की भी तैनाती होगी। तकरीबन 1,000 से ज्यादा की संख्या में सुरक्षा बल के जवानों की तैनाती मतगणना स्थल पर होगी।
मोबाइल और वीआइपी एंट्री प्रतिबंधित
इधर मतगणना स्थल पर तमाम अधिकारी कर्मचारियों को मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। सभी अधिकारी कर्मचारी बगैर मोबाइल के ही मतगणना स्थल पर पहुंचेंगे। वहीं मतगणना स्थल पर केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और मंत्रियों के प्रवेश पर भी रोक लगाई गई है। ऐसे मंत्री जो वर्तमान में प्रत्याशी हैं, वे केवल उन्हीं मतगणना स्थल पर प्रवेश कर पाएंगे, जहां वे चुनाव लड़ रहे हैं। उन्हें भी बगैर गनमैन के ही मतगणना स्थल में एंट्री दी जाएगी।