रायपुर- झारखंड राज्य में हुए शराब घोटाले के सिलसिले में बुधवार को दोपहर झारखंड से रायपुर पहुंची प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम शहर के शराब कारोबारियों के चार ठिकानों पर जांच कर रही है। तेलीबांधा इलाके की जीवन विहार कालोनी में शराब कारोबारी अतुल सिन्हा और मुकेश मनचंदा के कार्यालय में ईडी की दस सदस्यीय टीम ने दबिश देकर कई दस्तावेज खंगाले हैं। वहीं टीम के तीन सदस्य गुरुवार को बिलासपुर स्थित डिस्टलरी में जांच कराने गए हुए हैं। ईडी की तफ्तीश का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 30 घंटे से शराब कारोबारियों के ठिकानों पर जांच जारी है।
बताया जाता है कि अगस्त महीने में झारखंड में शराब घोटाले में जांच के दौरान मिले इनपुट के आधार पर यह छापामार कार्रवाई की गई है। वहां सिलसिलेवार रांची, धनबाद, दुमका, देवघर और गोड्डा स्थित 32 ठिकानों में तलाशी के दौरान घोटाले से संबंधित दस्तावेज मिले थे, इसमें रायपुर के दोनों शराब कारोबारियों की घोटाले में प्रमुख संलिप्तता पाई गई थी। इससे संबंधित दस्तावेज मिलने के बाद ही छापे मारे गए हैं। ईडी के अधिकारी दोनों कारोबारियों से घंटों पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए हैं। शराब की आपूर्ति से संबंधित दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं।
गौरतलब है कि झारखंड राज्य में शराब के आपूर्ति की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ की एजेंसी कर रही है।ईडी ने शराब घोटाले की जांच करने के लिए झारखंड की राजधानी रांची सहित पांच अन्य शहरों में पिछले 30 अगस्त, 2023 को 30 ठिकानों पर छापा मारा था। इस दौरान झारखंड राज्य सरकार के एक मंत्री, उनके करीबी और रसूखदार लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली थी। वहीं शराब की आपूर्ति करने वाले कारोबारियों को निशाने पर लिया गया था। सूत्रों के मुताबिक ईडी की टीम ने झारखंड में योगेंद्र तिवारी से मिले इनपुट के आधार पर यहां के दो शराब कारोबारियों के ठिकानों पर जांच शुरू की है।
40 करोड़ की मनी लांड्रिंग से जुड़ा कनेक्शन
झारखंड में शराब बिक्री के माध्यम से 40 करोड़ रुपये मनी लांड्रिंग करने का कनेक्शन रायपुर और बिलासपुर से जुड़े निकले हैं। सूत्रों के मुताबिक ईडी की टीम बिलासपुर की एक डिस्टलरी में जांच करने के लिए पहुंची है। झारखंड में बिलासपुर स्थित डिस्टलरी से ही शराब की आपूर्ति की जा रही है। शराब घोटाले से जुड़े ठोस सुबूत जुटाए जा रहे हैं।
देर रात दो वकीलों के घर ईडी की दबिश
गुरुवार को देर रात ईडी की टीम ने शराब घोटाले मामले में शहर के अशोका रतन और स्वर्णभूमि स्थित वकीलों के निवास पर दबिश दी। दोनों वकील शराब घोटाले के अरोपितों का केस देख रहे हैं। हालांकि ईडी की ओर से इस छापे की कार्रवाई की कोई अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है। इसके पहले भी ईडी ने दोनों के वकीलों के यहां छापा मार चुकी है।