बिलासपुर।      विदेश प्रवास से लौटने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी राज्यपाल एवं कुलाधिपति बिस्वा भूषण हरिचंदन से मिले। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा करने के साथ साल के अंत में होने वाले दीक्षा समारोह में आने आमंत्रित किया।

राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन ने इस खास मौके पर कुलपति आचार्य वाजपेयी को उच्च शिक्षा और अनुसंधान में किए गए श्रेष्ठ कार्यों के लिए हाउस आफ लार्ड्स लंदन में मिले सम्मान के लिए शुभकामनाएं भी दी। साथ ही कहा कि आचार्य वाजपेयी द्वारा भारत में उच्च शिक्षा एवं नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में किए गए कार्य महत्वपूर्ण है। इंडियन यूके लीडरशिप प्रोग्राम में भारत के प्रतिनिधित्व के रूप में कुलपति ने लंदन में जाकर भारत का नेतृत्व किया।

विश्व के दो बड़े विश्वविद्यालय जो कि लंदन में स्थापित है वहां पर उनका लेक्चर भी हुआ। यह भी बता दें कि आचार्य वाजपेयी ने लंदन में अपने उद्बोधन में गीता के उपदेश, भारत की संस्कृति पर वहां के विद्वान द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब भी दिया। इसमें ऐसे प्रश्न पूछे गये, जैसे भारत में भी युद्ध हुए हैं और भारत आज भी अनेक समस्याओं से जूझ रहा है।

उसके जवाब कुलपति ने कहा भारत में भी महाभारत और रामायण जैसे और अनेकों युद्ध हुए हैं लेकिन भारत की संस्कृति और सभ्यता कभी नष्ट नहीं हुई। आज भी भारत आध्यात्मिकता, योग, विज्ञान के के क्षेत्र में पूरे विश्व का नेतृत्व करता आ रहा है। कभी भी भारत ने युद्ध मे किसी भी देश की सभ्यता एवं संस्कृति को नुकसान नहीं पहुंचाया।

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