बिलासपुर- बिलासपुरवासी करते हैं खूब पसंद हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहार दिवाली है। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने घर-घर में पूजा-पाठ के साथ रंगोली व आतिशबाजी की जाती है। लजीज व्यंजन और पकवानों से माता को भोग अर्पित किया जाता है। बिलासपुर में वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है। पिछले कुछ वर्षों से त्योहार में महाराष्ट्रीय चिवड़ा को भी पकवानों में शामिल किया जा रहा है।
घरों में इसका लाजवाब स्वाद मेहमानों को आनंदित कर देता है। दिवाली से दो-तीन हफ्ते पहले से ही घर में बेसन के लड्डू, कुरकुरी चकली तलने और स्वादिष्ट चिवड़ा बनाने की खुशबू से भर जाते हैं। घरों के अलावा अब मिठाई दुकानों और रेस्टोरेंट में रेडिमेड भी बिकने लगा है। इसका मतलब यह नहीं है कि पुरानी यादों जैसे स्वाद नहीं मिलेगा।
न्यायधानी के कई ऐसे सबसे अच्छे स्थान हैं जहां स्वादिष्ट चिवड़ा व अन्य व्यंजन बड़ी आसानी से मिल जाता है। इनमें शिव टाकिज चौक, श्रीकांत वर्मा मार्ग, गोल बाजार,तेलीपारा, टिकरापारा एवं तोरवा क्षेत्र शामिल हैं। जहां बड़ी आसानी से चिवड़ा मिल जाता है। यह खाने में इतना स्वादिष्ट है कि हर कोई इसका दीवाना बन जाता है। बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग भी चाव से खाते हैं।
पोहा चिवड़ा इसका स्वाद
इसकी रेसिपी में प्रमुख रूप से पोहा, मूंगफली के दाने, चने की दाल, काजू, बारीक कटा हुआ सूखा नारियल, सरसों के दाने, जीरा, लाल मिर्च, हींग, करी पत्ता, हल्दी पाउडर, चीनी पाउडर, जरूरत के अनुसार तेल, स्वादनुसार नमक का अहम रोल रहता है। घर की महिलाएं इसकी रेसिपी आनलाइन भी प्राप्त कर इसे बनाने लगी है।