बिलासपुर- विधानसभा निर्वाचन के लिए नियुक्त माइक्रो आब्जर्वर का प्रशिक्षण शुक्रवार को प्रार्थना सभा भवन में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जिले के लिए नियुक्त सामान्य प्रेक्षक नायली इते, उदयन मिश्रा, कुमार प्रशांत एवं प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी एवं नगर निगम कमिश्नर कुणाल दुदावत, जिला पंचायत सीईओ अजय अग्रवाल उपस्थित थे।
प्रशिक्षण में प्रेक्षकों ने माइक्रो आब्जर्वर्स की भूमिका और दायित्वों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने इस दौरान उनकी शंकाओं का भी समाधान किया। प्रेक्षकों ने कहा कि माइक्रो आब्जर्वर मतदान दल का सदस्य नहीं होता है। वह मतदान दलों के कार्यों का बारीकी से निरीक्षण करने के लिए नियुक्त किया जाता है। इसलिए माइक्रो आब्जर्वर को मतदान प्रक्रिया की संपूर्ण जानकारी होनी चाहिए। वे सीधे प्रेक्षक को मतदान से संबंधित फीडबैक देंगे।
प्रेक्षकों ने प्रशिक्षण सत्र में कहा कि चुनाव प्रक्रिया को बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करने के लिए यह आवश्यक है कि सभी को अपने दायित्वों की जानकारी हो। यदि चुनाव के दौरान कोई प्रक्रिया आपको सही नहीं लगती है तो इसकी सूचना तत्काल दी जाए। उन्होंने कहा कि ये सुनिश्चित करना माइक्रो आब्जर्वर की जिम्मेदारी है कि किसी भी विधानसभा में दोबारा वोटिंग की स्थिति न बने। प्रशिक्षण में ईवीएम एवं वोटिंग कम्पार्टमेंट की सुरक्षा और गोपनीयता की ओर विशेष ध्यान देने कहा। प्रशिक्षण में ये बताया गया कि माइक्रो आब्जर्वर पोलिंग पार्टी के साथ ही मतदान केंद्रों तक पहुंचेंगे और शाम को आब्जर्वर या उनके प्रतिनिधियों को रिपोर्ट सौंपेंगे।
मंथन में सेक्टर अधिकारियों का प्रशिक्षण
जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में सेक्टर अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में उप जिला निर्वाचन अधिकारी शिवकुमार बनर्जी एवं मास्टर ट्रेनर एमटी आलम ने सेक्टर अधिकारियों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए उनके दायित्वों पर विस्तार से प्रकाश डाला। सेक्टर अधिकारी मतदान एवं मतगणना के सभी कार्यों में समन्वय करते हैं। सेक्टर अधिकारी मतदान दिवस के दिन माक पोल की कार्यवाही संपन्न कराएंगे। सेक्टर अधिकारी कंट्रोल रूम को हर दो घंटे में वोटिंग प्रतिशत की जानकारी देंगे।